हाथ मिलाकर जाने दूसरों के दिल की बात

हाथ मिलाकर जाने दूसरों के दिल की बात

हाथ मिलाकर जाने दूसरों के दिल की बात, किसी को पहली मुलाकात में ही जान लेना, थोड़ा कठिन होता है। पर यदि आप बॉडी लैंग्वेज को जानते हैं, तो सामने वाले के एक व्यवहार से ही उसके पूरे चरित्र को भाप सकते हैं। इसी तरह हाथ मिलाने से भी आपको सामने वाले व्यक्ति के विचार एवं उसके स्वभाव का पता चल सकता है। जानिये कैसे:

1. यदि कोई व्यक्ति ढीले या लापरवाही से हाथ मिलाते हो, तो वह संकुचित विचारों वाला हो सकता है, साथ ही वह स्वयं को ज्यादा होशियार भी समझेगा। ऐसे व्यक्ति जिद्दी भी हो सकते हैं।

2. अगर कोई व्यक्ति सैंडविच तरीके से हाथ मिलाता है, तो ऐसा व्यक्ति धूर्त एवं चालाक हो सकता है। वह बाहर से मीठी-मीठी बातें करेगा और अंदर से कुछ और सोचेगा। वह हर कार्य में निपुण हो सकता है। अपनी स्वार्थ सिद्धि में भी वह आगे ही रहेगा।

3. अगर आपके सामने वाला व्यक्ति हाथ मिलाकर लगातार हाथ हिलाता रहे, तो समझ लीजिए कि वह लापरवाह किस्म का होगा। उसे इस बात की चिंता नहीं होगी कि दुनिया में क्या हो रहा है। साथ ही वह अदूरदर्शी भी हो सकता है। लेकिन ऐसे व्यक्ति दिल के साफ होते हैं, पर कपटी बिल्कुल नहीं होते।

4. अगर आपसे मिलने वाला आगंतुक कसकर हाथ मिलाता है, तो इसका अर्थ यह है कि वह सामने वाले को आदर देते हैं। वह बराबरी का दर्जा देने एवं आदर पाने में विश्वास रखते हैं। ऐसे व्यक्ति समझदार एवं भरोसेमंद भी हो सकते हैं।

5. यदि कोई अपना हाथ नीचे रखे और दूसरे हाथ से कसकर हाथ मिलाए तो इन लोगों को अनुशासित कहा जाता है। ऐसे व्यक्ति दूसरों का उनकी स्तर या पद के अनुसार सम्मान करते हैं एवं उनकी वरिष्ठता को स्वीकार भी करते हैं।

6. अगर आपके पास आने वाला व्यक्ति एक हाथ मिलाते हुए दूसरा हाथ सामने वाले के हाथ पर किसी जगह मसलन कलाई, बाजू या कंधे पर रखे, तो जान लीजिए कि ऐसा व्यक्ति नम्र स्वभाव का होगा। वह सामने वाले की खुशी उसकी उन्नति समृद्धि चाहेगा।

7. अगर आप किसी व्यक्ति से मिलते हैं और वह आपकी हथेली को ऊपर से दबाकर हाथ मिलाता है, तो वह व्यक्ति को गुस्सैल एवं घमंडी होगा। उसमें ईर्ष्या की भावना भी होगी। दूसरों की चिंता न करते हुए, वह अपने प्रभाव का दबाव डालकर काम करवाने में भरोसा करेगा।

8. अगर व्यक्ति के अंगूठे व् प्रथम पोर के मध्य अंतर अधिक हो, तो ऐसा व्यक्ति खुले दिल एवं दिमाग का हो सकता है। वह दूसरों की मदद करेगा और अत्यंत भावुक व संवेदनशील होगा। वह धार्मिक प्रवृत्ति का भी हो सकता है।

9. वहीं अगर किसी व्यक्ति के अंगूठे और पहेली उंगली के बीच अंतर कम हो,तो ऐसा व्यक्ति कंजूस प्रवर्ति का होता है। वह दिल का कठोर होगा और द्रढ़ इच्छाशक्ति वाला भी होगा।
तंत्र ज्योतिष से

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