Chandan Ke Fayde: सुगंधित और शीतल चंदन तापहारी तो है ही, साथ ही इसमें कई चमत्कारी गुण भी हैं। इसका प्रयोग सौंदर्य प्रसाधनों से लेकर टोटकों तक में भी किया जाता है। तंत्र शास्त्र में चंदन द्वारा अनेक महत्वपूर्ण प्रयोग मिलते हैं, जो अत्यंत चमत्कारी हैं। यहां हम चंदन से किए जाने वाले विभिन्न टोटकों के बारे में जानेगें: चन्दन के टोटके – Chandan Ke Totke Hindi : * प्रत्येक मंगलवार को पीपल के पत्तों पर लाल चंदन द्वारा ‘राम’ लिखकर, उसे हनुमानजी के मंदिर में चढ़ा दें। ऐसा कुछ…
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पारद शिवलिंग की महिमा, शिव का पारद रूप करे हर दु:ख दूर
शिव का पारद रूप करे हर दु:ख दूर शिवलिंग का पूजन लाभप्रद तो है ही, साथ ही अगर शिव के पारद स्वरूप का विधि विधान से पूजन किया जाए, तो साधक की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पारद शिवलिंग के रुद्राभिषेक को आज भी काफी चमत्कारी माना जाता है। शिवलिंग भगवान् शिव का साक्षात विग्रह है। सोना, चांदी, तांबा, पारद आदि विभिन्न पदार्थों से बने शिवलिंग का पूजन अर्चन किया जाता है। लेकिन इनमें से पारद शिवलिंग को विशेष महत्ता प्राप्त है। शास्त्रों में कहा गया है कि करोड़ों शिवलिंगों…
Read Moreशिव साधना से करें सर्व दुख निवारण उपाय
भगवान सदाशिव वैदिक और तांत्रिक दोनों विद्याओं के आचार्य हैं । इसलिए दोनों प्रकार के ग्रंथों में शिव साधना के सर्व दुख निवारक उपायों का वर्णन मिलता है त्रिदेवों में भगवान शिव शीघ्र कृपा बरसाने वाले देव हैं । इसलिए भगवान शिव की साधना सुर और असुर दोनों ही करते हैं । इनकी उपासना जहां सात्विक और राजस भाव में होती है, वही तामस का भाव भी शिव सिद्धि का परम साधन बनता है । यही कारण है कि विभिन्न ग्रंथों में शिव साधना के अद्भुत प्रयोगों का वर्णन मिलता…
Read Moreजानिये कैसे भगवान शिव का संपूर्ण स्वरूप है प्रेरणादायक
शिव का रूप ज्ञानस्वरूप शायद ही कोई होगा, जो महादेव की भक्ति से दूर होगा । भगवान शिव शक्ति और संयम का अद्भुत मेल है । इनकी पूजा से जीवन में सुख-शांति आती है और भक्त का स्वरूप भी सौम्य होता है । हिंदू धर्म में जितने भी देवताओं का वर्णन किया गया है, सब के खास गुण हैं । हर भगवान के पास अलग वाहन और अलग शस्त्र हैं । हनुमानजी बलशाली हैं और उनका शस्त्र गदा है । जबकि मां दुर्गा शक्ति स्वरूपा है । इसी प्रकार गणेश,…
Read Moreघोड़े की नाल के उपयोग: दरवाजे पर लगाएं घोड़े की नाल
घोड़े की नाल एक विशिष्ट प्रकार का धातु होता है जो अक्सर घोड़े के पैरों के नीचे लगाया जाता है। यह धातु प्रकार मेटल में बनाया जाता है और इसका उपयोग कई तरह के उद्देश्यों के लिए किया जाता है। 1. शनि दोष निवारण के लिए: काला रंग और लोहा धातु शनि के प्रतीक हैं। इसलिए घोड़े की नाल को शनि दोष निवारण के लिए उपयुक्त माना गया है। 2. शनि की साढ़ेसाती होने पर: जिन व्यक्तियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही हो, उन्हें अपने घर…
Read Moreनौकरी व व्यवसाय में सफलता प्राप्ति के लिए उपाय
नौकरी व व्यवसाय में सफलता प्राप्ति के लिए उपाय, बिगड़ते हुए काम भी सफल हो जाएंगे प्रत्येक मनुष्य की इच्छा होती है कि वह अपने व्यवसाय, नौकरी, कार्यों तथा अन्य क्षेत्रों में सफलता हासिल करे। लेकिन हमेशा ऐसा नहीं हो पाता। कई बार भाग्य के कारण बनते-बनते कार्य बिगड़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में उसे मानसिक तनाव, चिंता क्षोभ, दुख एवं निराशा का सामना करना पड़ता है। इन सभी स्थितियों से छुटकारा पाने और समस्त क्षेत्रों में सफलता के लिए गुरु तांत्रिक के आजमाएं हुए टोटकों का इस्तेमाल कर सकते…
Read Moreशनिदेव की कृपा से धन लाभ व कर्ज से मुक्ति के लिए करें मुद्रा तंत्र का प्रयोग
शनिदेव की कृपा से धन लाभ व कर्ज से मुक्ति के लिए करें मुद्रा तंत्र का प्रयोग घर में अर्थ लाभ ना हो रहा हो, कर्ज से परेशान हो य जीवन में सुख का अभाव हो, तो इससे छुटकारा पाने के लिए मुद्रा तंत्र का प्रयोग करें। इससे आर्थिक लाभ के साथ-साथ कर्ज से मुक्ति भी मिलती है। मुद्रा तंत्र प्रयोग जिस शनिवार को अमावस्या पड़ रही हो, तो उस दिन प्रातः सूर्योदय से पूर्व ही स्नान करके घर से उत्तर की ओर स्थित पीपल अथवा बरगद के पेड़ के…
Read Moreजानें, मुखों के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने के लाभ
रुद्र का अंश है रुद्राक्ष रुद्राक्ष शिव का वरदान है, जिसे संसार के कल्याण हेतु भगवान शिव ने प्रकट किया है। इसे धारण करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर की आंखों से जल बिंदु से हुई है। इस बारे में पुराण में एक कथा प्रचलित है। कहते हैं कि एक बार भगवान शिव ने अपने मन को वश में कर दुनिया के कल्याण के लिए सैकड़ों वर्ष तक तप किया। एक दिन अचानक ही उनका मन दुखी हो गया जब उन्होंने अपनी आंखें…
Read Moreमंजिल पर पहुंच कर आपको निराशा का सामना करना पड़ता है, तो नवरात्रों के दौरान करें ये उपाय
देवी मां प्रसन्न तो बनेगा हर काम जिस तरह सावन का महीना देवाधिदेव भोलेनाथ को समर्पित है और पितृपक्ष में पितरों की प्रति श्रद्धा समर्पित की जाती है। ठीक इसी तरह नवरात्र मां दुर्गा के हर रूप को समर्पित है। यदि आप परेशान हैं, मंजिल पर पहुंच कर आपको निराशा का सामना करना पड़ता है, तो नवरात्रों के दौरान अष्टभुजी मां दुर्गा की शरण लेना फायदेमंद होगा। आराधना की विधि: सुबह स्नान आदि करने के बाद प्रथम नवरात्र से इस उपाय पर अमल करना आरंभ करें। सर्वप्रथम मां भगवती के…
Read Moreयदि पूजा में करें अक्षत, कुंकुम और केसर का प्रयोग, तो घर में होगा लक्ष्मी का निवास
अक्षत, कुमकुम, केसर पूजा के तीन जेवर यदि पूजा में अक्षत, कुंकुम और केसर का प्रयोग किया जाए तो घर में लक्ष्मी का निवास रहता है । लेकिन ध्यान रहे कि अक्षत के चावल साबुत हों । किसी भी पूजा या शुभ कार्य के दौरान जिन मुख्य सामग्री से देवी-देवताओं और यजमान को तिलक किया जाता है, उनमे प्रमुख है अक्षत यानि साबुत चावल, कुमकुम, केसर । इसके साथ आप चंदन भी उपयोग कर सकते हैं । इनकी महिमा और महत्व अलग-अलग हैं, जैसे- चन्दन च अक्षतस्य महापुण्यं पवित्रं पाप…
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