हमेशा अशुभ नहीं होती दक्षिण दिशा और दक्षिणामुखी प्लाट

हमेशा अशुभ नहीं होती दक्षिण दिशा और दक्षिणामुखी प्लाट

प्रायः वास्तु के बारे में हल्का- फुल्का ज्ञान रखने वाले दक्षिणामुखी प्लाट को तुरन्त ही अशुभ बता देते हैं। लेकिन ऐसा कदापि नहीं है, अगर वास्तु नियमों का पालन करते हुए दक्षिण मुखी प्लाट पर निर्माण कराया जाय तो वह भी शुभ होते हैं। दक्षिण दिशा के स्वामी धर्म तथा मृत्यु के देवता ‘यम’ होते हैं। दक्षिण दिशा के ग्रह मंगल हैं, सूर्य तथा मंगल दोनों ही बहुत गर्म तथा शक्तिशाली होते हैं। सूरज तथा मंगल दोनों का ही रंग लाल होता है। सूरज की गर्मी तथा मंगल के लाल…

Read More

घर मुख्य प्रवेश द्वार के लिए वास्तु एवं उपाय, मुख्य द्वार से संबंधित कुछ खास नियम

घर मुख्य प्रवेश द्वार के लिए वास्तु एवं उपाय, मुख्य द्वार से संबंधित कुछ खास नियम

प्रवेश द्वार से ही आती है प्रगति घर का मुख्य द्वार सभी सुखों को देने वाला होता है। यदि द्वार की स्थिति सही हो, तो कई दोषों का स्वतः निवारण भी हो जाता है… प्रवेश द्वार चाहे किसी घर का हो, कारखाने, फैक्ट्री आदि का, लाभ-हानि दिलाने में अहम् भूमिका निभाता है। पूर्वकाल में भी राजमहलों और हवेलियों के निर्माण के समय प्रवेश द्वार पर प्रमुखता से विचार किया जाता था। वास्तुशास्त्र के अनुसार, यदि द्वार की स्थिति सही हो, तो कई दोषों का स्वतः ही निवारण हो जाता है…

Read More

Vastu Tips For Children Room: सही दिशा में हो बच्चों का कमरा

Vastu Tips For Children Room: सही दिशा में हो बच्चों का कमरा

बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए सही दिशा में रखें बच्चों का कमरा बच्चे का कमरा पूर्व दिशा में होना चाहिए। इसे विकास की दिशा कहते हैं। बच्चे के कमरे में सूरज की रोशनी भी आनी चाहिए जैसे फूलों को खिलने के लिए सूरज की रोशनी की जरूरत होती है, वैसे ही बच्चों के सही विकास के लिए भी सूरज की रोशनी जरूरी है। बच्चे का कमरा, घर के ऐसे हिस्से में होना चाहिए, जहां सूरज की रोशनी आ सके। कमरे में ‘यीन’ की तुलना में ‘यांग’ ऊर्जा का प्रभाव…

Read More

Vastu Tips For Living Room : वास्तु व फेंगशुई के अनुसार लिविंग रूम (बैठकखाना) के निर्माण हेतु कुछ नियम

वास्तु व फेंगशुई के अनुसार लिविंग रूम (बैठकखाना) के निर्माण हेतु कुछ नियम

लिविंग रूम जहां बरसती हैं खुशियां लिविंग रूम घर का एक ऐसा हिस्सा है, जहां घर के सदस्य एक साथ बैठकर आपसी विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। आम भाषा में इसे लाउंज या बैठकखाना भी कहते हैं। बाहर से आनेवालों को भी सबसे पहले इसी जगह का दीदार होता है। कहते हैं कि बैठकखाने की साज-सज्जा से ही गृहस्वामी की संपन्नता एवं अभिरुचि का ज्ञान अतिथि को होता है। वास्तु व फेंगशुई में इस कक्ष के निर्माण हेतु कई नियम बताए गए हैं- © लिविंग रूम के लिए वर्गाकार या…

Read More

शुभ भूमि और अशुभ भूमि पहचाने उस पर लगे वृक्षों के आधार पर

शुभ भूमि और अशुभ भूमि पहचाने उस पर लगे वृक्षों के आधार पर

भूमि की शुभता और अशुभता पहचाने उस पर लगे पेड़ के आधार पर आपका घर जिस भूमि पर बना हो, यदि उस पर कुछ ऐसे वृक्ष लगे हो, जिनका प्रभाव शुभ रहता है, तो भूमि घर के सदस्यों की भाग्य वृद्धि भी कर सकती है । प्राचीन शास्त्रों में बताया गया है कि जिस तरह की भूमि होती है, उसका फल भी वैसा होता है । ठीक उसी तरह यह भी कहा गया है कि भूमि की शुभता एवं अशुभता में उस पर लगे पेड़ भी प्रमुख भूमिका निभाते हैं…

Read More

Vastu Tips for Debt Relief in hindi : जानिए कर्ज से छुटकारा पाने के आसान उपाय

जानिए कर्ज मुक्ति के लिए वास्तु टिप्स

Vastu Tips for Debt Relief in hindi : कर्ज मुक्ति के लिए वास्तु टिप्स घर का वास्तु दोष भी बनाता हैं कर्जदार, जानिए कर्ज से छुटकारा पाने के आसान उपाय गलत दिशा में लगे दर्पण वास्तु दोष के कारक होते हैं। दर्पण की यही स्थिति आर्थिक हालत को कमजोर करती है। इससे व्यक्ति कर्ज में डूबने लगता है कर्ज की समस्या से लगातार परेशान रहते हैं, ना चाहते हुए भी कर्ज खत्म होने का नाम नहीं लेता। इसका कारण हमारे घर का वास्तु दोष भी है, जिसके कारण कर्ज का…

Read More

आप के बच्चे का मन पढ़ाई में न लगे तो करें ये उपाय

आप के बच्चे का मन पढ़ाई में न लगे तो करें ये उपाय

अगर आप के बच्चे का मन पढ़ाई में न लगे तो करें ये उपाय बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के आसान उपाय   अक्सर बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। इसके लिए केवल उनकी चंचल मनोदशा ही नहीं, बल्कि काफी हद तक उस स्थान का भी प्रभाव होता है। विशेष तौर पर अगर अध्ययन कक्ष सही दिशा या कोण में ना हो, तो इसमें बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। अध्ययन कक्ष का सर्वोत्तम स्थान वास्तु मंडल के अनुसार सुग्रीव तथा दीवारिक पदों पर आता है। वास्तु…

Read More

इंद्राणी यंत्र यानी तरक्की का पिरामिड

indrani yantra

तरक्की करना सभी का सपना होता है और इस सपने को पूरा करने के लिए मानव दिन रात एक कर मेहनत करता है। फिर भी व्यापार या व्यवसाय में हानि का मुँह देखना पड़ता है, तो तनाव घेर लेता है। वास्तु यंत्रों में वर्णित इंद्राणी यंत्र पिरामिड के प्रयोग से व्यवसाय में हानि से बचा जा सकता है। क्या आप नहीं चाहेंगे कि लक्ष्मी जी स्वयं आकर आपके घर का दरवाजा खटखटाएं ? जरूर चाहेंगे! और इसके लिए आप अनेकों प्रत्यन भी करते ही होंगे। आप यंत्र, मंत्र, तंत्र आदि…

Read More

आइए जानते हैं, वास्तु शास्त्र के अनुसार दोषपूर्ण दिशाएं और उनसे होने वाले नकारात्मक प्रभाव

वास्तु शास्त्र के अनुसार दोषपूर्ण दिशाएं और उनसे होने वाले नकारात्मक प्रभाव

वास्तुशास्त्र में दिशाओ का बहुत महत्व है। दिशाओं को अनदेखा करके किया गया गृह-निर्माण घर में रहने वाले सदस्यों को मुसीबत में डाल सकता है। मसलन, घर की दक्षिण दिशा में खिड़कियां और दरवाजे होने से दुश्मन का भय बना रहता है। रोगों की हमले की आशंका रहती है। घर की दक्षिण दिशा में अगर खिड़कियां दरवाजे हो, तो उन्हें हमेशा के लिए बंद कर देना चाहिए। अन्यथा शत्रु भय बना रहता है और रोगों का खतरा भी पैदा हो जाता है। आइए जानते हैं, वास्तु शास्त्र के अनुसार दोषपूर्ण…

Read More

घर में आए सुख संतोष जब दूर हो वास्तु दोष

घर में आए सुख संतोष जब दूर हो वास्तु दोष । घर का वास्तु दोष दूर करने के उपाय

घर में आए सुख संतोष जब दूर हो वास्तु दोष ( घर का वास्तु दोष दूर करने के उपाय ) वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में वास्तुदोष उन घरों में होते हैं जो नकारात्मक ऊर्जाओं से भरे हुए होते हैं। ये ऊर्जाएं वास्तव में अनुकूल नहीं होती हैं और घर के सदस्यों के स्वास्थ्य, धन की स्थिति और भावनाओं पर बुरा प्रभाव डालती हैं। वास्तुदोष के कुछ सामान्य कारण होते हैं, जैसे कि घर के स्थान का चुनाव, घर के ढांचे की अनुपात, घर की दिशा, वस्तुओं की व्यवस्था और घर…

Read More