{ सत्संग की आवश्यकता } सत्संग :- जीवन सदैव परिवर्तनशील है जीवन सुखद परिस्थितियों में सुख के भाव से बंध कर सुख को स्थायी करने के प्रयास से संघर्ष करता रहता है । जब वो सफल नहीं हो पता तो उदासी अकेलेपन, दुख और भय से घिर जाता है ऐसे अंधकारमय जीवन रुपी कमरे में सत्संग किसी झिर्री (सुराग, छेद) से आती हुई धुप के समान है जो अंधेरे कमरे में प्रकाश बिखेर कर अँधेरा दूर करती रहती है । अतः जीवन रुपी कमरे में सत्संग रुपी धूप आने के…
Read MoreCategory: साधना प्रकरण
Durga Saptashati Path: कल्याणकारी है दुर्गा सप्तशती पाठ
दुर्गा सप्तशती पाठ: महत्व, विधि और लाभ नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ विशेष लाभदायी माना जाता है। दुर्गा सप्तशती (जिसे चंडी पाठ भी कहा जाता है) हिन्दू धर्म में शक्ति साधना का महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह मार्कंडेय पुराण के अंतर्गत आता है और इसमें 700 श्लोक होते हैं। इस ग्रंथ का पाठ करने से व्यक्ति को देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के समस्त संकट समाप्त होते हैं। नवरात्र के दौरान मां भगवती की आराधना में…
Read Moreशिव पूजा में प्रिय व निषिद्ध पुष्प-(शिव खुश वहां पूजा में प्रिय पुष्प जहां)
शिव की कृपा पाने हेतु पूजा के लिए हमेशा ऐसे फूलों का चयन करें, जो भोलेनाथ को प्रिय है । ऐसा नहीं करने से नवग्रह जन्य परेशानियां हो जाती हैं त्रिकालेश्वर भगवान शिव की पूजा-अर्चना में फूलों का विशेष महत्व है । विविध फूलो में से कुछ फूल ऐसे हैं, जो बाबा भोलेनाथ को विशेष प्रिय है । इन फूलों को चढ़ा कर की गई आराधना अक्षय तथा शीघ्र फलदायी होती है । वेदों में वर्णन है कि ब्राह्मण को स्वर्ण दान करने से फल प्राप्त होता है, वह भगवान…
Read Moreशिवलिंग की करें विशेष पूजा
शिवलिंग पूजा विधि भगवान् शंकर की पूजा वैसे तो सरल मानी जाती है, पर जब बात उनके शिवलिंग स्वरुप की आती है, तो पूजन विधि पहले से ज्यादा अनुशासित और विधि-विधान पूर्ण होनी चाहिए इसलिए इनकी पूजा में खास सावधानिया भी बरतनी चाहिए देवाधिदेव भगवान शंकर की पूजा करना अन्य सभी देवताओं के मुकाबले सरल माना जाता है । न तों कोई विशेष तैयारी और न ही लम्बा-चौड़ा अनुष्ठान । भक्त चाहे, तो केवल एक लोटा जल से इन्हे प्रसन्न कर सकते हैं । आमतौर पर घरों में शंकर भगवान…
Read Moreश्री कृष्ण साधना से मिलेगी लक्ष्मी
लक्ष्मी प्राप्ति श्री कृष्ण साधना लक्ष्मी प्राप्ति के लिए हर कोई प्रयासरत रहता है। सभी को लालसा रहती है कि उसके पास ज्यादा से ज्यादा पैसे हो। इसके लिए मेहनत पर भरोसा करते हैं। इसके साथ ही यदि भक्ति की शक्ति का प्रयोग कर लिया जाए, तो धन प्राप्ति की संभावना काफी अधिक हो जायेगी। इसके लिए भगवान श्री कृष्ण की आराधना करना भी श्रेयस्कर माना जाता है। हालांकि इनका सीधा संबंध देवी लक्ष्मी से नहीं है, पर भगवान विष्णु के अवतार होने की वजह से श्री कृष्ण की आराधना…
Read Moreजानें, पंचमुखी हनुमान के पांच मुख का महत्व
मंगल ही मंगल करते हैं पंचमुखी हनुमान पंचमुखी हनुमान की पूजा-अर्चना से सभी देवताओं की उपासना का फल प्राप्त होता है । पवन पुत्र का यह रूप मनुष्य के सभी विकारों को दूर करने वाला व शत्रुओ का नाश करने वाला है । इनका स्मरण कल्याणकारी है.. हनुमान जी अपने हर रूप में कल्याणकारी हैं । वे सदा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं । जिस तरह चार मुख वाले ब्रह्मा, पांच मुख वाली गायत्री, छह मुख वाले कार्तिकेय, चतुर्भुज विष्णु, अष्टभुजी दुर्गा, दशमुखी गणेश प्रसिद्ध है, ठीक उसी…
Read Moreमंत्र सिद्धि के लिए सही आसन
क्या आप जानते हैं, साधना में प्रयुक्त सभी आसनों का प्रभाव भी भिन्न होता है । इसलिए जिस प्रयोजन से आपने मंत्र सिद्धि का संकल्प लिया है, उसी के अनुरूप आपको आसन का चुनाव भी करना चाहिए । प्रस्तुत है आसन से जुड़ी कुछ जानकारियां: ■ मृगचर्म का प्रयोग तपस्वी, ब्रह्मचारी और साधु संत कामोत्तेजना का परिहार करने के लिए करते हैं । मोक्ष प्राप्ति अथवा धन पाने के उद्देश्य से की जाने वाली साधना में काला मृगचर्म अनुकूल प्रभाव देता है । ज्ञान सिद्धि के लिए भी मृगचर्म का…
Read Moreजानिए, मंत्र सिद्धि के लिए करें कौन सी माला का प्रयोग
माला सही जहां मिलेगी सिद्धि वहाँ मंत्रोच्चारण की गणना के लिए सभी धर्मों में मालाओं का उपयोग होता है । पर, मर्म यह है कि सिद्धि तभी प्राप्त होगी, जब आराधना के लिए सही माला का इस्तेमाल किया जाए अमूमन सभी धर्मों में जप के लिए माला का प्रयोग होता है, क्योंकि किसी भी जप में संख्या का बहुत महत्व होता है । माला का उपयोग मंत्रोच्चारण की गणना के लिए किया जाता है । माला के प्रकार मालाएं मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती हैं:- कर माला, वर्ण…
Read Moreजानिए भगवान हनुमान जी की पूजा का महत्व
कपि संकट मोचन नाम तिहारो भगवान हनुमान की पूजा करने से भक्त को सूर्य का तेज, श्री राम का व्यक्तित्व और शनिदेव जैसा जुझारूपन मिलता है । साथ ही भक्त का आत्मबल भी बढ़ता है आदि काल से ही पूजा पाठ में हनुमान जी का विशेष महत्व है, क्योंकि हनुमान जी ही कलयुग के प्रत्यक्ष देवता और संकट मोचन हैं । सारे देवताओं में इनकी महिमा इसलिए अधिक है, क्योंकि यह सदैव अपने भक्तों के समीप रहकर उनकी प्रार्थना को सहर्ष स्वीकार करते हैं । हनुमान उत्तम सेवक, कुशल नीतिज्ञ…
Read Moreएकांत में मिले आत्मसाक्षात्कार
ध्यान करना सेहत के लिए काफी लाभदायक माना गया है । जो व्यक्ति ध्यान करते हैं, उन्हें चमत्कारी अनुभव भी होते हैं । अक्सर साधक परमानंद, दिव्य दृष्टि, स्वर्गीय उड़ान जैसी अनुभवों को प्राप्त करते हैं । कई बार मोक्ष की सिद्धि में लगे बुद्धिमार्गीय साधकों को भी प्रकाश ध्वनि से जुड़े कई चमत्कारी भ्रम घेर लेते हैं । फलतः कुछ साधक तो ध्यानमार्ग छोड़कर इन अनुभवों की खोज करते भटक जाते हैं । जगत के सृजनात्मक-अनुसंधान में लगा कोई भी व्यक्ति इन चमत्कारों से आकर्षित नहीं होता । आत्म…
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