पंख फड़फड़ाती कहाँ गई नन्हीं गौरैया

Where did the sparrows Bird go मुझे याद है कि सुबह सुबह उठकर जब नन्हीं गौरैया जिसे हम घरेलू चिड़िया के नाम से भी जानते है दाना खाने आती थी, तो मुझे बड़े आनंद की अनुभूति होती थी ऐसा लगता था कि कोई बच्चा मेरे सामने खेल रहा हो । हम लोग बचपन में सुबह उठकर सबसे पहले चिड़ियों को दाना और पानी देते थे इसके बाद ही दूसरा काम करते थे मेरे घर के आँगन में चिड़ियों के पांच से छह घोंसले हुआ करते थे हम लोग उन्हें डेली…

Read More