सूर्य देव की महिमा- पृथ्वी पर उपस्थित हर जीवन सूर्य से प्रभावित होता है । सूर्यदेव स्वास्थ्य, शक्ति और संपन्नता के प्रतीक माने जाते हैं । सूर्य के ज्योतिषीय व चिकित्सकीय महत्व: सूर्य एक तारा है और इसके ज्योतिषीय एवं चिकित्सकीय महत्वों से हम सभी परिचित हैं । वैसे भी कई बार यह प्रमाणित हो चुका है कि सूर्य की पूजा करने या सूर्य की रोशनी लेने से हमारा शरीर कई बीमारियों से दूर हो जाता है । वैसे भी ज्योतिष शास्त्र ने यह प्रमाणित कर दिया है कि…
Read MoreMonth: April 2020
हमारा धर्म हो पर्यावरण की रक्षा
वैदिक काल से ही हिंदू धर्म में पर्यावरण को विशेष महत्व दिया गया है । हिंदू धर्म के शास्त्रों में जिनमें वेद, उपनिषदों व पुराणों के अलावा महाभारत व गीता आदि में प्रकृति व पर्यावरण के मुख्य घटकों, जिनमें वृक्ष व जानवर मुख्य हैं, की स्तुति की गई है । उपनिषदों व पुराणों में पर्यावरण को आधार बनाकर अनेक आदर्श कथाएं वर्णित है, जो पर्यावरण की रक्षा को प्रेरित करती हैं । इन शास्त्रों में न केवल वृक्ष, पशु-पक्षी बल्कि वायु, हवा, पृथ्वी, आकाश आदि को ईश्वरीय देन बताते हुए…
Read Moreरोग मुक्ति का उपाय : प्रार्थना से दूर होते हैं रोग-क्लेश
आरोग्यता में ईश्वर भक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है । दरअसल हमारी कई बीमारियों की वजह हमारे अंदर ही मौजूद रहती है । चिकित्सकों और महापुरषों ने भी आरोग्य रहने में भगवद भजन को श्रेष्ठ बताया हैं । किसी भी बीमारी से जब बड़े-बड़े चिकित्सक असफल हो जाते हैं, तो कहते हैं कि अब दुआ का ही सहारा है । काफी हद तक यह सच भी है क्योंकि प्रसिद्ध पुस्तक थियोलॉजिया जर्मेनिका में भी उल्लेख है कि मनुष्य जैसे ही आत्मस्थ होकर ईश्वर सानिध्य में तल्लीन हो जाता है, वैसे…
Read Moreजाने वृक्षों के शुभ-अशुभ प्रभाव व धार्मिक महत्व
वृक्षायुर्वेद में वृक्षों से होने वाले आध्यात्मिक लाभ का उल्लेख है । पीपल, बेल, देवदार, आंवला आदि जैसे कुछ वृक्ष शुभ माने जाते हैं, जबकि इमली और खजूर अशुभ बताए गए हैं । आयुर्वेद में वृक्षों की महिमा को एक अलग विषय के रूप में स्वीकार किया गया है । गीता में श्रीकृष्ण ने वृक्षों में अस्वस्थ को ही अपना स्वरूप बताया है । इसी तरह छठी सदी के आसपास संपादित हुए वामन पुराण में देवताओं से वृक्षों की उत्पत्ति का प्रसंग मिलता है । हमारे देश में वृक्षों से…
Read Moreआंवला खाने के फायदे
आयुर्वेद के दृष्टिकोण से आंवला को अमृत के समान माना जाता है । इसे बुद्धि, स्मरण शक्ति तेज करने, स्फूर्ति दाई, इंद्रियों को सफल करने में उपयोगी माना जाता है । इसके अलावा आवलें में कई और भी गुण होते हैं । यह खाने में कड़वा लगता है, लेकिन इसके गुण मिठास भरे होते हैं । आंवले का सेवन कई रूपों में किया जाता जा सकता है । जैसे कि जूस, मुरब्बा, चटनी आदि आंवला खाने के लाभ * आंवले में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होती है, जिससे यह…
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