प्रवेश द्वार से ही आती है प्रगति घर का मुख्य द्वार सभी सुखों को देने वाला होता है। यदि द्वार की स्थिति सही हो, तो कई दोषों का स्वतः निवारण भी हो जाता है… प्रवेश द्वार चाहे किसी घर का हो, कारखाने, फैक्ट्री आदि का, लाभ-हानि दिलाने में अहम् भूमिका निभाता है। पूर्वकाल में भी राजमहलों और हवेलियों के निर्माण के समय प्रवेश द्वार पर प्रमुखता से विचार किया जाता था। वास्तुशास्त्र के अनुसार, यदि द्वार की स्थिति सही हो, तो कई दोषों का स्वतः ही निवारण हो जाता है…
Read MoreYear: 2023
जानिए हथेली में पाए जाने वाले कुछ विशेष चिन्ह और उनका शुभ और अशुभ प्रभाव
हथेली में होते है कुछ विशेष चिन्ह जो देते शुभ और अशुभ फल हाथ की रेखाओं के अलावा हथेली में कुछ विशेष चिन्ह भी होते हैं। ये चिन्ह जिस रेखा पर स्थित होते हैं, उसी के अनुरूप शुभ फल भी देते हैं… हथेली में धब्बा हथेली में किसी प्रकार का धब्बा होना शुभ संकेत नहीं होता। यह निशान बीमारी को दर्शाता है। यदि यह धब्बा लाल रंग में मस्तिष्क रेखा पर मौजूद हो, तो चोट लगने की आशंका रहती है। यही निशान स्वास्थ्य रेखा पर स्थित हो, तो जातक को…
Read MoreVastu Tips For Children Room: सही दिशा में हो बच्चों का कमरा
बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए सही दिशा में रखें बच्चों का कमरा बच्चे का कमरा पूर्व दिशा में होना चाहिए। इसे विकास की दिशा कहते हैं। बच्चे के कमरे में सूरज की रोशनी भी आनी चाहिए जैसे फूलों को खिलने के लिए सूरज की रोशनी की जरूरत होती है, वैसे ही बच्चों के सही विकास के लिए भी सूरज की रोशनी जरूरी है। बच्चे का कमरा, घर के ऐसे हिस्से में होना चाहिए, जहां सूरज की रोशनी आ सके। कमरे में ‘यीन’ की तुलना में ‘यांग’ ऊर्जा का प्रभाव…
Read Moreजानिए हस्तरेखा के अनुसार, क्या हथेली में है प्रेम का योग ?
आप भी अगर शादी का सपना संजोए बैठे हैं और यह जानने के उत्सुक हैं कि आपकी शादी अरेंज्ड होगी या लव, शादीशुदा जिंदगी कैसी रहेगी? तो इसके लिए आपको अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इन सारे सवालों का जवाब हाथ की लकीरों में छुपा है। हाथ में विवाह के लिए और वैवाहिक स्थिति के लिए दो रेखाओं का अध्ययन किया जाता है। एक तो बुध पर्वत के नीचे निकलने वाली रेखा और दूसरी शुक्र पर्वत पर मौजूद रेखा । आमतौर पर विवाह के संदर्भ में बुध…
Read Moreसुख दे वर दे हरतालिका तीज
यह व्रत कुंवारी लड़कियां इच्छित वर पाने एवं विवाहिताएं अपने सुहाग की रक्षा के लिए करती हैं यह व्रत भारत वर्ष में पर्व-त्योहारों में तीन तिजें प्रमुख है – हरियाली तीज, कजली तीज और हरतालिका तीज । पर हिंदू धर्म में हरतालिका तीज की व्यापकता सबसे अधिक है और इसे काफी धूमधाम से मनाया जाता है । कहते हैं भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए पार्वती जी ने करीब सौ वर्षों तक कठिन साधना और तपस्या की । उन्होंने तीज व्रत का अनुष्ठान भी किया…
Read Moreसावन में करें त्रिपुर सुंदरी साधना
श्रावण मास में शिव कृपा पाने के लिए भक्त कई तरह की पूजा करते हैं । इस दौरान यदि माता त्रिपुर सुंदरी की आराधना की जाए, तो भक्त कई परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं । मां त्रिपुर सुंदरी पार्वती का ही रूप है और इन्हें प्रसन्न करने का अर्थ है, शिव कृपा की प्राप्ति श्रावण मास यानी पूजा पाठ एवं शिव आराधना का महीना । इस दौरान शिवजी की स्तुति करने से भक्तों के जीवन में खुशहाली आती हैं और उनके राह की बाधाएं भी दूर होती हैं ।…
Read Moreशिव पूजा में प्रिय व निषिद्ध पुष्प-(शिव खुश वहां पूजा में प्रिय पुष्प जहां)
शिव की कृपा पाने हेतु पूजा के लिए हमेशा ऐसे फूलों का चयन करें, जो भोलेनाथ को प्रिय है । ऐसा नहीं करने से नवग्रह जन्य परेशानियां हो जाती हैं त्रिकालेश्वर भगवान शिव की पूजा-अर्चना में फूलों का विशेष महत्व है । विविध फूलो में से कुछ फूल ऐसे हैं, जो बाबा भोलेनाथ को विशेष प्रिय है । इन फूलों को चढ़ा कर की गई आराधना अक्षय तथा शीघ्र फलदायी होती है । वेदों में वर्णन है कि ब्राह्मण को स्वर्ण दान करने से फल प्राप्त होता है, वह भगवान…
Read Moreशिवलिंग की करें विशेष पूजा
शिवलिंग पूजा विधि भगवान् शंकर की पूजा वैसे तो सरल मानी जाती है, पर जब बात उनके शिवलिंग स्वरुप की आती है, तो पूजन विधि पहले से ज्यादा अनुशासित और विधि-विधान पूर्ण होनी चाहिए इसलिए इनकी पूजा में खास सावधानिया भी बरतनी चाहिए देवाधिदेव भगवान शंकर की पूजा करना अन्य सभी देवताओं के मुकाबले सरल माना जाता है । न तों कोई विशेष तैयारी और न ही लम्बा-चौड़ा अनुष्ठान । भक्त चाहे, तो केवल एक लोटा जल से इन्हे प्रसन्न कर सकते हैं । आमतौर पर घरों में शंकर भगवान…
Read Moreपारद शिवलिंग की महिमा, शिव का पारद रूप करे हर दु:ख दूर
शिव का पारद रूप करे हर दु:ख दूर शिवलिंग का पूजन लाभप्रद तो है ही, साथ ही अगर शिव के पारद स्वरूप का विधि विधान से पूजन किया जाए, तो साधक की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पारद शिवलिंग के रुद्राभिषेक को आज भी काफी चमत्कारी माना जाता है। शिवलिंग भगवान् शिव का साक्षात विग्रह है। सोना, चांदी, तांबा, पारद आदि विभिन्न पदार्थों से बने शिवलिंग का पूजन अर्चन किया जाता है। लेकिन इनमें से पारद शिवलिंग को विशेष महत्ता प्राप्त है। शास्त्रों में कहा गया है कि करोड़ों शिवलिंगों…
Read Moreशिव साधना से करें सर्व दुख निवारण उपाय
भगवान सदाशिव वैदिक और तांत्रिक दोनों विद्याओं के आचार्य हैं । इसलिए दोनों प्रकार के ग्रंथों में शिव साधना के सर्व दुख निवारक उपायों का वर्णन मिलता है त्रिदेवों में भगवान शिव शीघ्र कृपा बरसाने वाले देव हैं । इसलिए भगवान शिव की साधना सुर और असुर दोनों ही करते हैं । इनकी उपासना जहां सात्विक और राजस भाव में होती है, वही तामस का भाव भी शिव सिद्धि का परम साधन बनता है । यही कारण है कि विभिन्न ग्रंथों में शिव साधना के अद्भुत प्रयोगों का वर्णन मिलता…
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