खस क्या है? जानें, खस की विशेषताएं व खस के औषधीय गुण

खस क्या है? जानें, खस की विशेषताएं व खस के औषधीय गुण

क्या है खस (खसखस) की ख़ास बात खस या खसखस (Khus Khus) वातावरण में अपनी अद्वितीय महक, शीतलता और ताजगी बिखेरने तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के गुणों के कारण प्राचीन काल से ही मानव मन को आकर्षित करता रहा है। खासकर गर्मी के दिनों की उमस और गर्म हवा के झोंकों के चलते तनाव और थकान पैदा करने वाले वातावरण से परेशान आदमी के तन-मन को खस की शीतलता, ताजगी और भीनी-भीनी अनूटी खुशबू से काफी राहत मिलती है। इसलिए भीषण गर्मी के चलते थकान और तनाव से…

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जानें, क्या है केसर, केसर का उत्पादन व केसर की पहचान

जानें, क्या है केसर, केसर का उत्पादन व केसर की पहचान

हमारे देश में केसर केवल जम्मू-कश्मीर में उत्पन्न होता है किन्तु गुणवत्ता के हिसाब से यह विश्व भर में सर्वोत्तम माना जाता है भारत को मसालों का देश माना जाता है और यहीं पर पैदा होता है विश्व का सबसे महंगा मसाला जिसे हम केसर के नाम से जानते हैं। केसर को अंग्रेजी में सैफ्रन तथा उर्दू व कश्मीरी में जाफ़रान कहते हैं। सैफ्रन अरबी शब्द जाफ़रान से बना है जिसका अर्थ है पीला। केसर की भीनी-भीनी सुगन्ध, उत्तम स्वाद, तथा मनभावक पीला रंग इसकी लोकप्रियता को विश्व स्तर तक…

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Sanskrit Vyakaran । संस्कृत व्याकरण

Sanskrit Vyakaran - (संस्कृत व्याकरण)

Sanskrit Vyakaran – (संस्कृत व्याकरण) – Sanskrit Grammar हिन्दी का ही नहीं भारत की समस्त आर्य भाषाओं का मूल स्रोत संस्कृत है। अतः उसके और अन्य भाषाओं के शब्दों में पर्याप्त परिमाण में एकरूपता है, किन्तु संस्कृत व्याकरण की ऐसी बहुत-सी विशेषताएँ हैं जो अन्य भाषाओं के व्याकरण में नहीं मिलती हैं। संस्कृत भाषा व्याकरण प्रधान होने के कारण उसका व्याकरण दुरूह है जो विद्यार्थियों के लिए बहुत जटिल है। प्रस्तुत प्रकरण में हम संस्कृत व्याकरण की सामान्य विशेषताओं को अति सरल रूप में प्रकट कर रहे हैं। वर्ण-विचार वर्ण-माला-संस्कृत…

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आज का कल्पतरु नीम

मानव सदा से ही वनस्पतियों पर आश्रित रहा है। आज यदि वनस्पतियां न होती तो हमारा अस्तित्व ही न होता। भोजन, वस्त्र, काष्ठ और औषधियों के लिए हम वनस्पतियों के ऋणी हैं। इस संदर्भ में कुछ पेड़ों ने अपना विशिष्ट स्थान बना लिया है। इन पेड़ों को कल्पतरु या कल्पवृक्ष कहा जाने लगा है। कल्पतरु उस वृक्ष विशेष को कहते हैं, जो मुंहमांगी मुराद पूरी करने में सक्षम हो या अन्य शब्दों में कहें तो ऐसा वृक्ष कल्पतरु होता है, जिसमें कई गुण एक साथ हों। ऐसा ही एक सर्वगुण…

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Top 25 Motivational Shayari in Hindi with Inspirational Thoughts

Motivational Shayari in Hindi

मोटिवेशनल शायरी व्यक्ति के आत्म-विश्वास को बढ़ाती है और उसे अपनी क्षमताओं का एहसास कराती है। यह उसे यहाँ तक कहती है कि वह किसी भी मुश्किल समस्या का सामना कर सकता है और सफलता प्राप्त कर सकता है। मोटिवेशनल शायरी के कई फायदे हो सकते हैं: 1. प्रेरणा प्रदान करना: मोटिवेशनल शायरी में समर्थन और प्रेरणा का संदेश होता है जो लोगों को अपने लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। 2. मनोबल को बढ़ाना: ये शायरी लोगों का मनोबल बढ़ाने में मदद करती है…

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30 Desh Bhakti Shayari in Hindi | देश भक्ति शायरी

हैप्पी रिपब्लिक डे 2025, रिपब्लिक डे शायरी इन हिंदी, रिपब्लिक डे की शायरी, रिपब्लिक डे पर शायरी, गणतंत्र दिवस की शायरी गणतंत्र दिवस के बारे में थोड़ा सा जानकारी देते हुए हम आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है, गणतंत्र दिवस भारत की आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 से प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। इस दिन भारत का अपना संविधान लागू हुआ था और भारत एक लोकतंत्र देश बन गया था और इस अवसर पर सरकारी अवकाश होता है।यह स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती सहित भारत…

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रहीम के 36 चुनिंदा दोहे और उनके अर्थ – Rahim Ke Dohe in Hindi

रहीम के 36 चुनिंदा दोहे और उनके अर्थ – Rahim Ke Dohe Arth Sahit in Hindi

रहीम दास ने अकबर के दरबार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें समाज में बड़ा ही सम्मान मिला। उन्होंने अपने रचनाओं में संत, धर्मिकता, और नैतिकता के सिद्धांतों को सुंदरता से व्यक्त किया। उनकी कविताएं हिन्दी साहित्य में ‘रहीम के दोहे’ के नाम से मशहूर हैं। रहीम दास के दोहे भाषा में सरल, सुगम और अर्थपूर्ण होते हैं, जो सामान्य लोगों को भी समझ में आते हैं। इनकी कविताएं आध्यात्मिक उद्देश्य को प्रदर्शित करती हैं और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने के लिए प्रेरित करती हैं। रहीम दास,…

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ओशो के सुविचार | Osho Quotes in Hindi

ओशो के सुविचार | Osho Quotes in Hindi

ओशो रजनीश, जिनका असली नाम चंद्र मोहन जैन था, एक भारतीय धार्मिक गुरु और आचार्य थे जो 11 दिसम्बर 1931 को मध्यप्रदेश, भारत में जन्मे थे और 19 जनवरी 1990 को पुणे, महाराष्ट्र, भारत में निधन हुआ। उन्हें “भगवान रजनीश” या “ओशो” के नाम से भी जाना जाता है। ओशो का उपदेश विविध धार्मिक और दार्शनिक परंपराओं, विज्ञान, तांत्रिकता, और मानवता के विभिन्न पहलुओं पर आधारित था। उनका दृष्टिकोण अद्वैत और साधना के प्रति अपने अद्वितीय तरीके के लिए था। ओशो ने अपने शिष्यों को ध्यान और साधना के माध्यम…

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जानें, मनमोहक लैवेण्डर (Lavender) के उत्पाद, उपयोग व भविष्य की संभावनाएं

Lavender Benefits And Uses- लैवेंडर के फायदे, लाभ

इत्र, सुगन्ध और सुवास आदि में फूलों और सगंध पौधों का प्रयोग प्राचीन काल से ही विशेष अवसरों और अन्य क्रियाकलापों में किया जाता रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज भारतीय किसानों द्वारा बहुत से सगंध पौधों की व्यावसायिक स्तर पर खेती की जा रही है। वाष्पशील तेल सुगन्धयुक्त ऐसे उत्पाद होते हैं जो पौधों के लगभग सभी भागों में पाये जाते हैं। और सगंध तेल के रूप में जाने जाते है, क्योंकि ये गंध और सुवास के अर्क हैं। प्रायः ये इत्र, सौन्दर्य प्रसाधन, औषधि और…

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सिरेमिक तकनीकी में बनाएं करियर, जानें अच्छी सैलरी के ऑप्शन

Career in ceramic technology | सिरेमिक तकनीकी

सिरेमिस्ट बनें आज के युग में सिरामिक उद्योग अनेक दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण होता जा रहा है। सिरामिक्स को मृत्तिकाशिल्प भी कहा जाता है। यह वस्तुतः क्ले से बना है। इसका आधुनिक उपयोग अकार्बनिक और अधातु पदार्थ संबंधी निर्माण कार्यों में होता है। इससे बनने वाले पदार्थ वस्तुतः उच्च ताप सहने वाले, कड़े एवं भंगुर होते हैं। ग्लास, टाइल्स, सिलिकेट, कार्बाइड ब्रिक, बोराइड, चीनी मिट्टी के बर्तन इसी श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। सिलिकेट एवं ऑक्साइड होने के कारण इसका उपयोग अर्द्धचालकों में काफी होता है जो धातु के ऑक्साइड और…

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