घर में कुछ चीजों को सही स्थान पर रखने या लाने से आर्थिक संपन्नता बढ़ सकती है, जैसे कि बर्ड फीडर या पक्षियों को दाना खिलाना । वास्तु शास्त्र में ऐसी ही बातें बताई गई है । वास्तुशास्त्र में ऐसी बातें उल्लिखित हैं, जिनका सरोकार हमारे दैनिक जीवन से होता है । यदि इन बातों का पूरी तरह पालन किया जाए तो न सिर्फ हमारी दशा सुधर सकती है, बल्कि उसके साथ ही हम अपने जीवन में सफलता भी प्राप्त कर सकते हैं । वैसे भी ज्योतिष शास्त्र हो या…
Read Moreपेरीडॉट प्रकाश और सौंदर्य का रत्न
पेरीडॉट सूर्य ग्रह का रत्न कहलाता है । यह रत्न अवसाद और तनाव जैसी मानसिक स्थिति से निपटने में हमारे हमारी मदद करता है हरे रंग का पेरीडॉट सूर्य ग्रह का रत्न है, जो हरे रंग की विभिन्न आभाओं में मिलता है । जैसे, पीलापन की आभा लिए हरे रंग का पेरीडॉट और गहरे हरे रंग का पेरीडॉट । आकर्षक होने के कारण इनका इस्तेमाल विभिन्न तरह के आभूषण बनाने में भी किया जाता है । टरकाइज की तरह इसे भी शीघ्र विवाह एवं वैवाहिक जीवन को सुरक्षित रखने वाला…
Read Moreओनेक्स रत्न के लाभ । Benefits of Onyx Gem in Hindi
एकाग्र करता है ओनेक्स ओनेक्स रत्न (Onyx Gemstone) एक अनमोल रत्न है जो आमतौर पर स्पष्ट, काले और सफेद रंग के साथ पाया जाता है। इसके उपयोग से कुछ लोग शुभता, स्थिरता, धैर्य, विवेक, अंतःकरण और सत्य के साथ स्वस्थ जीवन जीने में मदद करते हैं। इंद्रियों को पैना करना हो या आत्मविश्वास बढ़ाना हो, ओनेक्स रत्न धारण करना लाभ प्रद हो सकता है ओनेक्स हमारे मन मस्तिष्क को सकारात्मक ऊर्जा देता है और एकाग्रता लाता है । जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए कर्म करना जरूरी माना जाता…
Read Moreस्वास्थ्य, शक्ति और संपन्नता के प्रतीक हैं सूर्य देव, जानें सूर्य देव की महिमा
सूर्य देव की महिमा- पृथ्वी पर उपस्थित हर जीवन सूर्य से प्रभावित होता है । सूर्यदेव स्वास्थ्य, शक्ति और संपन्नता के प्रतीक माने जाते हैं । सूर्य के ज्योतिषीय व चिकित्सकीय महत्व: सूर्य एक तारा है और इसके ज्योतिषीय एवं चिकित्सकीय महत्वों से हम सभी परिचित हैं । वैसे भी कई बार यह प्रमाणित हो चुका है कि सूर्य की पूजा करने या सूर्य की रोशनी लेने से हमारा शरीर कई बीमारियों से दूर हो जाता है । वैसे भी ज्योतिष शास्त्र ने यह प्रमाणित कर दिया है कि…
Read Moreहमारा धर्म हो पर्यावरण की रक्षा
वैदिक काल से ही हिंदू धर्म में पर्यावरण को विशेष महत्व दिया गया है । हिंदू धर्म के शास्त्रों में जिनमें वेद, उपनिषदों व पुराणों के अलावा महाभारत व गीता आदि में प्रकृति व पर्यावरण के मुख्य घटकों, जिनमें वृक्ष व जानवर मुख्य हैं, की स्तुति की गई है । उपनिषदों व पुराणों में पर्यावरण को आधार बनाकर अनेक आदर्श कथाएं वर्णित है, जो पर्यावरण की रक्षा को प्रेरित करती हैं । इन शास्त्रों में न केवल वृक्ष, पशु-पक्षी बल्कि वायु, हवा, पृथ्वी, आकाश आदि को ईश्वरीय देन बताते हुए…
Read Moreरोग मुक्ति का उपाय : प्रार्थना से दूर होते हैं रोग-क्लेश
आरोग्यता में ईश्वर भक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है । दरअसल हमारी कई बीमारियों की वजह हमारे अंदर ही मौजूद रहती है । चिकित्सकों और महापुरषों ने भी आरोग्य रहने में भगवद भजन को श्रेष्ठ बताया हैं । किसी भी बीमारी से जब बड़े-बड़े चिकित्सक असफल हो जाते हैं, तो कहते हैं कि अब दुआ का ही सहारा है । काफी हद तक यह सच भी है क्योंकि प्रसिद्ध पुस्तक थियोलॉजिया जर्मेनिका में भी उल्लेख है कि मनुष्य जैसे ही आत्मस्थ होकर ईश्वर सानिध्य में तल्लीन हो जाता है, वैसे…
Read Moreजाने वृक्षों के शुभ-अशुभ प्रभाव व धार्मिक महत्व
वृक्षायुर्वेद में वृक्षों से होने वाले आध्यात्मिक लाभ का उल्लेख है । पीपल, बेल, देवदार, आंवला आदि जैसे कुछ वृक्ष शुभ माने जाते हैं, जबकि इमली और खजूर अशुभ बताए गए हैं । आयुर्वेद में वृक्षों की महिमा को एक अलग विषय के रूप में स्वीकार किया गया है । गीता में श्रीकृष्ण ने वृक्षों में अस्वस्थ को ही अपना स्वरूप बताया है । इसी तरह छठी सदी के आसपास संपादित हुए वामन पुराण में देवताओं से वृक्षों की उत्पत्ति का प्रसंग मिलता है । हमारे देश में वृक्षों से…
Read Moreआंवला खाने के फायदे
आयुर्वेद के दृष्टिकोण से आंवला को अमृत के समान माना जाता है । इसे बुद्धि, स्मरण शक्ति तेज करने, स्फूर्ति दाई, इंद्रियों को सफल करने में उपयोगी माना जाता है । इसके अलावा आवलें में कई और भी गुण होते हैं । यह खाने में कड़वा लगता है, लेकिन इसके गुण मिठास भरे होते हैं । आंवले का सेवन कई रूपों में किया जाता जा सकता है । जैसे कि जूस, मुरब्बा, चटनी आदि आंवला खाने के लाभ * आंवले में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होती है, जिससे यह…
Read Moreनैतिक कहानी: राधिका की शिकायत
हाथों में फूलों का गुलदस्ता थामते हुए मन्नू ने कहा, ‘हैप्पी मदर्स डे । मम्मा !’ थैंक्यू बेटा, मां ने प्यार से कहा और बोली, ‘बिलकुल मुझ पर गया है । एक आप हैं, पिछले दस साल से एक फूल भी मुझे भेट नहीं किया ।’ राधिका की बात को बिल्कुल अनसुना करते हुए जे के ने चाय की चुस्की ली और अख़बार से बिना नजरें हटाए बोले, ‘हूं ।’ राधिका सोफे से उठी और खिड़की के परदे हटाने लगी । तभी उसकी नजर सामने वाले मकान में बालकनी पर…
Read Moreआदि गुरु शंकराचार्य का जीवन परिचय – Biography of Adi Guru Shankaracharya in Hindi
अद्वैत के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य वैदिक धर्म तथा संस्कृति के उद्धारक आदि शंकराचार्य ने उपनिषद, ब्रह्मसूत्र तथा गीता पर भाष्य लिखकर सम्पूर्ण जनमानस को धर्म का यथार्थ रूप समझाया है । ज्ञान के साथ भक्ति का आविष्कार भी हम उनके जीवन में देख सकते है । उनकी दिव्य वाणी आज भी सभी को नई शक्ति तथा प्रेरणा देती है । उनका जन्म वैशाख शुक्ल पंचमी को अद्रा नक्षत्र में दक्षिण भारत के केरल राज्य के कालड़ी नामक ग्राम में ७८८ ईस्वी में ब्राह्मण दंपत्ति विशिष्टा और विश्वगुरु के घर…
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