आध्यात्मिक कहानी । चरण चिन्ह

foot print

वह व्यक्ति पेशे से ज्योतिषी था यही कारण था कि गीली रेत पर बने हुए चरण-चिन्हों को देखकर वह पहचान गया कि यह रेखाएं किसी सम्राट की ही हो सकती हैं । यही नहीं कुछ पैसे की कमाई की लालसा से वह लोगों को इस बारे में बताने भी लगा । लेकिन यह सोचकर उसके दिमाग में सवाल कौंधा कि भला सम्राट इस भरी दोपहरी में नदी के पास क्या करने आएंगे? इसी उधेड़बुन में डूबे ज्योतिषी महोदय चरण-चिन्हों का पीछा करते हुए एक झोपड़ी के पास पहुंचे, जहां आकर…

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शिक्षाप्रद कहानी: जब झेप गया बिगड़ैल आदित्य

Calm boy

शिक्षाप्रद कहानी: मेरे पड़ोस में रहने वाले आदित्य को खुद पर बहुत घमंड था । वह अपने पिता का इकलौता पुत्र था इसलिए घर में उसे बड़ा दुलार मिलता था । वह किसी से विनम्रता से बात नहीं करता था । अपने से बड़ों के साथ थी वह बदतमीजी करता रहता था । जो उसकी बात नहीं मानता था, उसे मारता भी था । बाइक तो कभी भी 60 से कम नहीं चलती थी । जब वह गाड़ी लेकर सड़क पर आता था, तो लोगों की दिल की धड़कनें बढ़…

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Naitik Kahani । मछली की चतुराई

तालाब में ढेर सारी मछलियां रहती थी । एक दिन अचानक वहां एक बगुला आ गया और उसने झटपट कई मछलियों का शिकार कर लिया । यह देखकर मछलियों में हड़कंप मच गया । सारी मछलियां भयभीत हो गयीं । सारी मछलियां शाम को एकत्रित हुए और उस बगुले से छुटकारा पाने का उपाय सोचने लगी । तभी सुकन्या नाम की एक छोटी मछली ने कहा, ‘मेरे पास बगुले को भगाने का आईडिया है ।’ पूछने पर उसने अपनी योजना कह डाली । अगली सुबह जब बगुला खुशी से मछलियां…

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प्रेरक कहानी: पापा ने दिखाया मेहनत का रास्ता

एक गांव में बारह वर्षीय बालक जिसका नाम दीपक है अपने परिवार के साथ रहता था । एक दिन दीपक के पिताजी खेत में काम कर रहे थे । तभी दीपक वहां पहुंच गया । वह खेत में बीज डाल रहे थे । दीपक ने जिज्ञासावश पूछा, ’पिताजी आप इन बीजों को जमीन पर क्यों फेंक रहे हैं?’ पिताजी दीपक का सवाल सुनकर हंसने लगे । वह बोले, ’बेटे, मैं बीज फेंक नहीं रहा हूं, उन्हें बो रहा हूं । ‘अभी दीपक आगे प्रश्न पूछता, तभी पिताजी बोल पड़े ।…

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आध्यात्मिक कहानी । दूसरों के लिए गड्ढा खोदोगे, तो खुद गिरोगे

adhyatmi kahani

एक भक्त कई वर्षों से भगवान की नित्य प्रार्थना कर रहा था । एक दिन भगवान उसकी प्रार्थना से खुश हो गये, और उसे दर्शन दिए । वह भक्त से बोले, “मैं तुझ से प्रसन्न हूं, जो भी चाहे वरदान मांग लो । पर एक शर्त है कि तू जो मांगेगा, उससे ठीक दूना पड़ोसी को मिलेगा ।” अब भक्त सोच में पड़ गया । उसका वर मांगने का उत्साह ही फीका पड़ गया । वह तो सोच रहा था कि वर लेकर पड़ोसियों को पीछे कर दूंगा । यहां…

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नैतिक कहानी : चाय की केतली

एक लड़का था । उसके माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे । वह अपनी नानी के पास रहता था । उसकी नानी ने उसका पालन-पोषण किया था । वह थोड़ा बड़ा हुआ तो मेहनत करके घर में कुछ पैसे लाने लगा । वह बहुत मेहनती था । अपनी मेहनत की कमाई से वह घर में कई चीजें ले आया । अब उनके घर में हर चीज थी । नानी और वह आराम से रहने लगे । उनके इलाके में एक चोर सब कुछ देखता रहता था । उसकी नजर…

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शिक्षाप्रद कहानी । कम नहीं हुआ पिता का प्यार

Fathers love

उन दिनों शहर में स्थित एक वृद्ध आश्रम में नौकरी कर रहा था । एक दिन अश्वनी नाम का एक मित्र मेरे पास एक वृद्ध के साथ आया उसने कहा इनका अपना कोई नहीं है । यदि उन्हें यहां जगह मिल जाए तो कल्याण हो जाएगा । मैंने तुरंत प्रबंधक से कहकर उन्हें ठिकाना दिला दिया और उनके थैले को अलमारी में सुरक्षित रख दिया । कुछ दिनों के बाद उनकी मृत्यु हो गई । पता चला कि उन्हें रक्त कैंसर था, जिसकी अंतिम अवस्था चल रही थी । आश्रम…

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आध्यात्मिक कहानी: भगवान का न्याय

एक भक्त रोज मंदिर जाता और भगवान से पूछता, ‘भगवान! आपने हमें गरीब और दुखी क्यों बनाया?’ हमें जवाब दो भगवान ! जब भक्त कोई जवाब नहीं पाता, तो वह भगवान को एक थप्पड़ मार कर घर चला आता । भक्त का यह क्रम कई वर्षों तक चलता रहा । एक रोज जैसे ही भक्त ने भगवान को थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, तो भगवान ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोले, ‘बस करो । बहुत मार लिया । मैं तुम्हारे धैर्य की परीक्षा ले रहा । आज तुम…

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कृष्ण मंत्र के लाभ । Benefits of Krishna Mantra in hindi

Lord Krishna

भगवान कृष्ण के मंत्र व उनके लाभ ग्रंथों में श्री कृष्ण के कई प्रभावी मंत्र दिए गए हैं । जिनको जपने से सुख- सौभाग्य की प्राप्ति होती है । शुभ प्रभाव बढ़ाने के साथ-साथ यह मंत्र सुख भी प्रदान करते हैं: “कृं कृष्णाय नमः” यह श्री कृष्ण का मूल मंत्र है । इस मूल मंत्र का जाप प्रातः काल नित्य क्रिया व स्नान आदि के पश्चात 108 बार करना चाहिए । ऐसा करने वाले मनुष्य सभी बाधाओं व कष्टों से मुक्त रहते हैं । “ॐ श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा”…

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समस्याएं भी वरदान हो सकती हैं

Problems

जीवन विधेय और निषेध का युग्म है । सुख-दुख, दिन-रात और उत्थान-पतन जीवन और जगत के शाश्वत सच है । सामान्य व्यक्ति दुख में परेशान होने लगता है, जबकि उसे याद रखना चाहिए कि धूप के बाद ही छांव और रात के बाद दिन अवश्य आते हैं । हर व्यक्ति समस्याओं से घिरने के बाद त्राहि-त्राहि करने लगता है और उनकी कल्पना से भी कतराते हैं । पर सच तो यह है कि समस्याएं और शत्रु दु:खदायी नहीं, बल्कि वरदाई होते हैं । कुछ मामलों में तो लोगों को विशेष…

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