वास्तु टिप्स: गणेश पूजन से दूर करें वास्तुदोष वास्तु देवता की संतुष्टि गणेश जी की आराधना के बिना अकल्पनीय है। कहते हैं कि गणपति जी का वंदन कर वास्तु दोषों को शांत किए जाने में किसी प्रकार का संदेह नहीं होता है। अगर आपके घर में किसी प्रकार का वास्तु दोष हो तो विघ्नहर्ता गणेश की वंदना आपके लिए फलदाई होगी। वास्तु पुरुष की प्रार्थना पर ब्रह्मा जी ने वास्तुशास्त्र के नियमों की रचना की थी। यह मानव कल्याण के लिए बनाया गया था, इसलिए इनकी अनदेखी करने पर घर…
Read MoreMonth: March 2023
वास्तु टिप्स: वास्तु शास्त्र के अनुसार गणेश जी को ना बनाएं द्वारपाल
वास्तु टिप्स: वास्तु शास्त्र के अनुसार गणेश जी को ना बनाएं द्वारपाल पूजा स्थल वास्तु टिप्स: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में देवी देवताओं का स्थापना स्थल घर की सुख शांति पर असर डालता है। इसलिए पूजा स्थल के निर्माण में वास्तु सम्मत बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए घर में मांगलिक कार्यक्रम के शुभारंभ के लिए श्री गणेश की, बुद्धि की प्राप्ति के लिए भी श्री गणेश, किसी भी तरह के काम के लिए हम सबसे पहले श्री गणेश का ही ध्यान करते हैं। यात्रा करने से पूर्व और…
Read Moreअगर विवाह में बाधा आए, तो शीघ्र विवाह के लिए करें ये कारगर उपाय
अगर विवाह में बाधा आए, तो शीघ्र विवाह के लिए करें ये कारगर उपाय कुंडली में यदि विवाह बाधक ग्रह का योग बन रहा हो, तो इससे विवाह में विलंब होता है। ज्योतिष में विवाह बाधा को दूर करने के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं। अधिकांश माता-पिता की इच्छा होती है कि उनकी बेटी या बेटे की शादी समय से हो जाए। लेकिन लाख प्रयास करने के बाद भी कई बार बेटे या बेटी की का रिश्ता तय नहीं हो पाता, ऐसा इसलिए होता है कि उनकी कुंडली…
Read MorePapmochani Ekadashi :पापमोचनी एकादशी का महत्व व व्रत विधि
जन्म संवारे पापमोचनी एकादशी वर्ष की 24 एकादशियों में से एक पापमोचन एकादशी केवल कामना सिद्धि करने का नहीं, बल्कि पापों का शमन करने का भी अनुष्ठान है चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी पापमोचनी एकादशी के नाम से जानी जाती है । शास्त्रों में इस एकादशी को समस्त पापों और तापों से मुक्त करने वाला कहा गया है। पुराणों और स्मृतियों में भी वर्णित है कि भगवान श्री कृष्ण, अर्जुन से कहते हैं, “हे कौंतेय इस संसार में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसके द्वारा जाने-अनजाने में कोई पाप…
Read Moreभगवान की कृपा ही तो है । आध्यात्मिक कहानी
भगवान की कृपा ही तो है । आध्यात्मिक कहानी । Spiritual Stories in Hindi एक राजा था। उसका मंत्री भगवान का भक्त था। कोई भी बात होती तो वह यही कहता कि भगवान की बड़ी कृपा हो गई। एक दिन राजा के बेटे की मृत्यु हो गई। मृत्यु का समाचार सुनते ही मंत्री बोल उठा- “भगवान की बड़ी कृपा हो गई।” यह बात राजा को बहुत बुरी लगी, पर वह चुप रहा। कुछ दिनों बाद राजा की पत्नी की भी मृत्यु हो गई। मंत्री ने कहा- “भगवान की बड़ी कृपा…
Read MoreManglik Dosh Nivaran upay: यदि आप मंगली है, तो उपाय जरूर कराएं
यदि आप मंगली है, तो उपाय जरूर कराएं यदि मंगल कृपालु नहीं है, तो शादीशुदा जीवन में बाधाएं आ सकती हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल का हर आदमी के भाग्य पर अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसी तरह मंगल भी व्यक्ति के स्वास्थ्य से लेकर पारिवारिक जीवन सभी पर प्रभाव डालता है। पर इसका आशीर्वाद जिस जातक पर पड़ता है, वह जोशीले व साहसी होते हैं। पर पारिवारिक दृष्टिकोण या वैवाहिक की स्थिति को लेकर मंगल के बारे में सकारात्मक बातें नहीं प्रचलित है। ज्योतिष शास्त्र…
Read Moreआहार, विहार, सदाचार स्वस्थ जीवन का आधार
आहार, बिहार, सदाचार स्वस्थ जीवन का आधार स्वस्थ जीवन का मूल आधार सदाचार, आहार और विहार है। इनमें अगर आप संतुलन बैठा लेते हैं, तो आपकी जिंदगी खुशियों से खिल उठती है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग बसता है, यह तो कहावत सुनी होगी, सदाचार, आहार और विहार ये तीनों आपके जीवन को सवारते हैं। अगर इनमें आप सही तालमेल बिठाते हैं, तो आप भी स्वस्थ जीवन के हकदार बन सकते हैं। सुखी जीवन हेतु उन्हें आजमाएं। -स्वास्थ्य रक्षा तथा दीर्घायु की प्राप्ति के लिए सूर्योदय से पूर्व अथवा ब्रम्ह…
Read Moreथोड़ा सा व्यायाम दूर होगी थकान
थोड़ा सा व्यायाम दूर होगी थकान, थकान दूर करने के उपाय अगर थकावट महसूस करने के बाद भी व्यक्ति आराम नहीं करता है और लगातार काम में लगा रहता है, तब स्थिति गंभीर हो जाती है। इससे पेट का अल्सर, हाई ब्लड प्रेशर, खून की कमी, डायबिटीज व गुर्दे की बीमारियों के बढ़ने की आशंका और बढ़ जाती है। नींद पूरी नहीं होती, रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी की वजह से थकान का अनुभव होने लगता है। इसके अलावा तनाव आदि होने पर भी व्यक्ति थकान का अनुभव करने लगता…
Read Moreजाने, कौन सा रत्न कितने समय तक पहन सकते हैं ?
कौन सा रत्न कितने समय तक पहन सकते हैं ?, जाने क्या है रत्नों के प्रभाव का समय ? तो बदल डालिए अपना रत्न प्रायः ग्रहों को अनुकूल करने के लिए हम रत्न धारण करते हैं। लेकिन इन रत्नों का प्रभाव एक निश्चित समय के बाद क्षीण हो जाता है। इसलिए इन्हें एक अवधि के बाद बदल देना चाहिए ग्रह विशेष को अनुकूल करने के लिए अक्सर लोग किसी न किसी रत्न को धारण करते हैं। क्योंकि इसको धारण करने से व्यक्ति को ग्रह जनित परेशानियों से छुटकारा मिलता है।…
Read Moreजानें, कौन-सा रुद्राक्ष धारण करें व उनके लाभ
रुद्राक्ष करें रौद्र समस्याओं का नाश रुद्राक्ष का एक दाना भी दिल को छू ले, तो समझिए कि पूरी माला जैसा असर करेगा। रुद्राक्ष शरीर की गर्मी को खींच लेता है। कुछ विद्वान मानते हैं कि रुद्राक्ष 21 मुखी तक होता है, लेकिन आमतौर पर चौदह मुखी का ही वर्णन मिलता है। इन्हें पहनने से अलग-अलग फायदे होते हैं। रुद्राक्ष का हमारे जीवन में अपना एक अलग ही महत्व है। कभी इसकी माला मंत्र जप में कई गुना फल प्रदान करती है, तो कभी यह हमें किसी बीमारी से मुक्ति…
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