विवाह एक ऐसी सामाजिक संस्कृति है जो दो व्यक्तियों के बीच स्थायी रूप से एक संबंध बनाती है। यह एक ऐसी क्रिया होती है जिसमें दो व्यक्ति आधिकारिक रूप से एक दूसरे के साथ जुड़ जाते हैं और एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं। अगर विवाह के सम्बन्ध में कुछ आवश्यक जानकारी हो तो आप का वैवाहिक जीवन बन सकता है सुखमय ☀ मातृ पक्ष से पांचवी पीढ़ी तक और पितृ पक्ष से सातवीं पीढ़ी तक जिस कन्या का संबंध न हो, उसी से पुरुष को विवाह करना चाहिए।…
Read Moreजानें, चेहरे को तरोताजा और साफ रखने के प्राकृतिक उपाय
चेहरे को फ्रेश रखें प्राकृतिक उपायों से स्वाभाविक रूप से ताज़ा चेहरा कैसे प्राप्त करें, पूरे दिन चेहरे को प्राकृतिक रूप से तरोताजा कैसे रखें, हर रोज प्राकृतिक रूप से चेहरा कैसे साफ करें, ग्लोइंग स्किन और फ्रेश रखने के घरेलू नुस्खे खूबसूरती ईश्वर की देन है। लेकिन इसे बरकरार रखने के लिए कुछ लोग कॉस्मेटिक का सहारा लेते हैं तो कुछ प्राकृतिक उपायों का। महिलाएं बिना अपनी जेब को हल्का किये भी घर में बैठे-बैठे ही अपनी खूबसूरती में इजाफा कर सकती हैं। ☀ त्वचा को रूखेपन से बचाने…
Read Moreआसान घरेलू फेस पैक जो गर्मी में आप को रखेंगे ठंडा-ठंडा कूल-कूल
आया मौसम ठंडे-ठंडे फेस पैक्स का झुलसाती गर्मी में सिर्फ एसी, कूलर ही ठंडक प्रदान नहीं करते बल्कि आप की रसोई में उपलब्ध रोजमर्रा के उपयोग के खाद्य पदार्थों से ऐसे फेस पैक तैयार किये जा सकते है जो गर्मी में आप को रखेंगे ठंडा-ठंडा कूल-कूल। आसान घरेलू फेस पैक जो गर्मी में आप को रखेंगे तरोताजा [1] आलू एक प्राकृतिक क्लींजर है। इसके टुकड़े काटकर चेहरे पर मलने से त्वचा की छिपी धूल-मिट्टी दूर होती है यही नहीं इससे त्वचा को ठंडक भी मिलती है। आलू के टुकड़े रगडने…
Read Moreघर में आए सुख संतोष जब दूर हो वास्तु दोष
घर में आए सुख संतोष जब दूर हो वास्तु दोष ( घर का वास्तु दोष दूर करने के उपाय ) वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में वास्तुदोष उन घरों में होते हैं जो नकारात्मक ऊर्जाओं से भरे हुए होते हैं। ये ऊर्जाएं वास्तव में अनुकूल नहीं होती हैं और घर के सदस्यों के स्वास्थ्य, धन की स्थिति और भावनाओं पर बुरा प्रभाव डालती हैं। वास्तुदोष के कुछ सामान्य कारण होते हैं, जैसे कि घर के स्थान का चुनाव, घर के ढांचे की अनुपात, घर की दिशा, वस्तुओं की व्यवस्था और घर…
Read Moreजानें, मुखों के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने के लाभ
रुद्र का अंश है रुद्राक्ष रुद्राक्ष शिव का वरदान है, जिसे संसार के कल्याण हेतु भगवान शिव ने प्रकट किया है। इसे धारण करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर की आंखों से जल बिंदु से हुई है। इस बारे में पुराण में एक कथा प्रचलित है। कहते हैं कि एक बार भगवान शिव ने अपने मन को वश में कर दुनिया के कल्याण के लिए सैकड़ों वर्ष तक तप किया। एक दिन अचानक ही उनका मन दुखी हो गया जब उन्होंने अपनी आंखें…
Read Moreरामनवमी 2023: राम में ही समाया सारा जग
भगवान श्री राम केवल भारत ही नहीं, अपितु सारे जग के आदर्श कहीं जाते हैं । उनका केवल नाम लेना ही भक्तों के सारे कष्ट हर लेता है । रामनवमी के दिन उनकी विधिवत पूजा करने से भक्तों का आत्मबल बढ़ता है रामनवमी को केवल देवी के नौवें रूप के अवतरण ही नहीं, बल्कि भगवान श्री राम के पृथ्वी पर अवतरण के दिन के रूप में भी जाना जाता है । श्री राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था । यह दिन नवरात्र…
Read Moreमंजिल पर पहुंच कर आपको निराशा का सामना करना पड़ता है, तो नवरात्रों के दौरान करें ये उपाय
देवी मां प्रसन्न तो बनेगा हर काम जिस तरह सावन का महीना देवाधिदेव भोलेनाथ को समर्पित है और पितृपक्ष में पितरों की प्रति श्रद्धा समर्पित की जाती है। ठीक इसी तरह नवरात्र मां दुर्गा के हर रूप को समर्पित है। यदि आप परेशान हैं, मंजिल पर पहुंच कर आपको निराशा का सामना करना पड़ता है, तो नवरात्रों के दौरान अष्टभुजी मां दुर्गा की शरण लेना फायदेमंद होगा। आराधना की विधि: सुबह स्नान आदि करने के बाद प्रथम नवरात्र से इस उपाय पर अमल करना आरंभ करें। सर्वप्रथम मां भगवती के…
Read Moreयदि पूजा में करें अक्षत, कुंकुम और केसर का प्रयोग, तो घर में होगा लक्ष्मी का निवास
अक्षत, कुमकुम, केसर पूजा के तीन जेवर यदि पूजा में अक्षत, कुंकुम और केसर का प्रयोग किया जाए तो घर में लक्ष्मी का निवास रहता है । लेकिन ध्यान रहे कि अक्षत के चावल साबुत हों । किसी भी पूजा या शुभ कार्य के दौरान जिन मुख्य सामग्री से देवी-देवताओं और यजमान को तिलक किया जाता है, उनमे प्रमुख है अक्षत यानि साबुत चावल, कुमकुम, केसर । इसके साथ आप चंदन भी उपयोग कर सकते हैं । इनकी महिमा और महत्व अलग-अलग हैं, जैसे- चन्दन च अक्षतस्य महापुण्यं पवित्रं पाप…
Read Moreसंतान के रोग दूर करें मां शीतला
माता शीतला की विधि विधान से आराधना करने से न सिर्फ रोग दूर होते हैं, बल्कि भक्तों को निरोगी जीवन व स्वच्छता की प्रेरणा भी मिलती है चैत्र मास की कृष्ण सप्तमी और श्रावण मास की शुक्ल पक्ष तिथि को मनाई जाने वाली शीतला सप्तमी को शास्त्रों में शुभ व फलदाई माना गया है । इस पुण्यतिथि पर बच्चों में होने वाले चेचक व छोटी माता के प्रकोप से बचाने के लिए श्रद्धालु विधि-विधान के अनुसार पूजन करके उपवास रखकर प्रसन्न करने का यत्न करते हैं । मां शीतला देवी…
Read Moreभगवान श्री राम के विभिन्न मंत्र से हर दिन लीजिए राम का नाम
भगवान श्री राम के विभिन्न मंत्र भगवान श्री राम की पूजा के कई तरीके हैं । आप चाहे तो सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग मंत्रों से इनका भजन कर सकते हैं । देखिए ऐसे: सोमवार यह चंद्रमा का दिन होता है । इस दिन “श्री राम जय राम शिवराम ” मंत्र का जप करना चाहिए । इस मंत्र से भक्तों को श्री राम के साथ-साथ शिव का भी आशीर्वाद मिलता है । मंगलवार यह दिन हनुमान का भी माना जाता है इसलिए यदि भक्त “श्री राम जय राम जय जय…
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