मनुष्य के पैर नरक को और उसका सिर स्वर्ग को छूता है। ये दोनों ही उसकी भावनाएं हैं। इन दोनों में से कौन सा बीज वास्तविक बनेगा, यह उस पर, केवल उस पर निर्भर करता है। मनुष्य की श्रेष्ठता स्वयं उसके हाथों में है। प्रकृति ने तो उसे मात्र संभावनाएं दी है। वह स्वयं का स्वयं ही सृजन करता है। जो जीवन में ऊपर की ओर नहीं उठ रहा है, वह अनजाने और अनचाहे ही पीछे और नीचे गिरता जाता है। मैंने सुना है कि किसी सभा में चर्चा चली…
Read Moreशुभ है बांस का पौधा, Lucky bamboo plant benefits in hindi
फेंगशुई के विभिन्न उपायों में से बांस का पौधा सबसे लोकप्रिय है। इसकी देखभाल आसानी से हो जाती है और यह हमें जीवन की सबसे महत्वपूर्ण सीख देता है। सीख यह है कि कैसे खुद को लचीला रखें व कैसे अपने भीतर इतनी जगह रखें कि ऊर्जा आसानी से प्रवेश कर आपको और ऊर्जावान बनाए। जैसे बांस के बड़े-बड़े पौधे से आसपास का वातावरण शांत और सुखद हो जाता है, घर के भीतर लकी बेम्बू रखने का असर भी कुछ ऐसा ही होता है। फेंगशुई में बांस के छोटे पौधे…
Read Moreपुखराज धारण करने के लाभ । Benefits of Pukhraj Gemstone in Hindi
पुखराज से बढ़ता है यश पुखराज व्यापार करने वालों के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। यही वजह है कि इसे व्यापारी स्टोन भी कह दिया जाता है। इसे धारण करने वाले व्यक्ति के रुके हुए कार्यों के दोबारा शुरू होने की संभावना बढ़ जाती है। पुखराज एक मूल्यवान खनिज रत्न है। इसके उपरत्न है पीला हकीक, सुनहला, पीला गोमेद, बैरुज अदि। इसे गुरु रत्न भी कहा जाता है और इसका स्वामी बृहस्पति है। पुखराज हीरा और माणिक्य के बाद सबसे कठोर रत्न है। इसके रासायनिक विश्लेषण में इसमें एल्यूमिनियम…
Read Moreडरावने और बुरे सपनों से बचने के उपाय
सपने आए पर डराए नहीं सपने तो हर किसी को आते होंगे लेकिन कुछ सपने डरावने और बुरे भी होते हैं। इन सपनों से लोग डर जाते हैं और अनजान घटनाओं से आशंकित भी हो जाते है। क्योंकि उन्हें लगता है कि कहीं सपने किसी भविष्य की घटना की ओर इंगित तो नहीं कर रहे है। अगर आपको भी इस तरह के सपने आते हों, तो नीचे बताएं टोटके आजमा सकते हैं। काले धतूरे की जड़ को कमर में बांधने से डरावने सपने नहीं आते। शुक्रवार के दिन फिरोजा रत्न…
Read Moreजानें, ज्योतिष शास्त्र में रत्नों व पत्थरों आदि का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में रत्नों व पत्थरों को काफी महत्व दिया गया है । ऐसा विश्वास है कि यदि किसी जातक पर ग्रहों का दुष्प्रभाव चल रहा हो, तो ज्योति शास्त्रियों के बताए रत्नों या पत्थरों को धारण करने से उन्हें सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है । पर उन्हें धारण करने से पहले कुंडली दिखा लेनी चाहिए । माणिक्य रत्न यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य कमजोर हो और उससे हानि हो रही हो, तो सूर्य रत्न माणिक्य या पन्ना धारण करना चाहिए । यदि सूर्य आठवें भाव…
Read Moreमंगलकारी है राम जानकी विवाह, जानें राम जानकी विवाह का महत्व
श्री राम जानकी का विवाह आज भी महत्वपूर्ण है । यह सभी देवी देवताओं के लिए जहां अलौकिक छटा के दर्शन करने का दिन है, वहीं कुंवारी कन्याओं के लिए अभिलाषा का दिन है । मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का पूरा जीवन हर मनुष्य के लिए प्रेरणादाई है । उनका जीवन का हर क्षण कोई ना कोई संदेश देता है । ऐसे में राम जानकी विवाह भी सभी लोगों में के लिए विशेष अनुकरणीय माना जाता है । हेमंत ऋतु के पावन मार्गशीर्ष मास में ब्रह्मा जी द्वारा निर्देशित शुक्ल…
Read Moreअपनाएं फेंगशुई टिप्स ताकि यादगार बने आपकी यात्रा
यात्रा के लिए फेंगशुई टिप्स अगर आप यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए फेंगशुई यहां भी हमसफ़र बन सकता है । इसकी बताई गई टिप्स आजमाएं और सुखद यात्रा का आनंद उठाएं गर्मी के मौसम में कई लोग घूमने का कार्यक्रम बनाते हैं । लेकिन कई बार यात्रा में गड़बड़ी हो जाती है और लोग परेशान हो जाते हैं । पर यदि आप फेंगशुई का सहारा लें, तो आपकी यात्रा न सिर्फ सुखद रहेगी, बल्कि यादगार भी रहेगी । दरअसल इसमें कई ऐसे टिप्स…
Read Moreपंचमुखी हनुमान भक्तों के लिए तारणहार
हनुमान जी का एकमुखी, पंचमुखी और एकादशमुखी स्वरूप सारे जगत में प्रसिद्ध है । भगवान शंकर की तरह इन्हें भी पंचमुखी कहा जाता है । इस रूप में हनुमान जी मार्गशीर्ष कृष्णाष्टमी को पुष्य नक्षत्र में सिंह लग्न तथा मंगल के दिन अवतरित हुए थे । भगवान के इस अवतार के पूजन से ऊर्जा मिलती है साथ ही इनकी आराधना से बुद्धि, बल, कीर्ति, धीरता, निर्भीकता, आरोग्य, वाक् शक्ति आदि गुण प्रसाद की तरह प्राप्त होते हैं । इनके पूर्व की ओर का मुख वानर का है जिसकी प्रभा करोड़ों…
Read Moreविजयादशमी का महत्व : जीत का संदेश देती है विजयादशमी
विजयादशमी का महत्व विजयादशमी के दिन विजय नामक मुहूर्त होता है यह मुहूर्त किसी भी कार्य में सिद्धि प्रदान करता है । नवरात्र में नो दिनों तक शक्ति की प्रतीक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है । इसके बाद दसवें दिन मां की मूर्ति की विसर्जन प्रक्रिया पूरी की जाती है । इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया । श्री राम की विजय के बारे में एक प्रसंग यह भी है कि जब राक्षस राज रावण के अनुज विभीषण ने कवच धारी, रथ पर सवार…
Read Moreवाकई अमृत है पंचामृत
पंचामृत के फायदे: शास्त्रों में देव पूजा होने के बाद तीर्थ ग्रहण यानी पंचामृत ग्रहण करना महत्वपूर्ण कार्य माना गया है । श्रद्धा पूर्वक पंचामृत का पान करने वाले व्यक्ति को जीवन में सभी प्रकार की सुख- समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है एवं उसका शरीर मृत्यु के पश्चात जन्म मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है । चिकित्सा शास्त्र के अनुसार गाय का दूध, घी, दही, शर्करा और शहद के मिश्रण से रोग का निवारण करने वाले गुण विद्यमान होते हैं । पंचामृत में रुद्राक्ष डालकर…
Read More