आहार, विहार, सदाचार स्वस्थ जीवन का आधार

आहार, बिहार, सदाचार स्वस्थ जीवन का आधार स्वस्थ जीवन का मूल आधार सदाचार, आहार और विहार है। इनमें अगर आप संतुलन बैठा लेते हैं, तो आपकी जिंदगी खुशियों से खिल उठती है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग बसता है, यह तो कहावत सुनी होगी, सदाचार, आहार और विहार ये तीनों आपके जीवन को सवारते हैं। अगर इनमें आप सही तालमेल बिठाते हैं, तो आप भी स्वस्थ जीवन के हकदार बन सकते हैं। सुखी जीवन हेतु उन्हें आजमाएं। -स्वास्थ्य रक्षा तथा दीर्घायु की प्राप्ति के लिए सूर्योदय से पूर्व अथवा ब्रम्ह…

Read More

थोड़ा सा व्यायाम दूर होगी थकान

थकान दूर करने के उपाय

थोड़ा सा व्यायाम दूर होगी थकान, थकान दूर करने के उपाय अगर थकावट महसूस करने के बाद भी व्यक्ति आराम नहीं करता है और लगातार काम में लगा रहता है, तब स्थिति गंभीर हो जाती है। इससे पेट का अल्सर, हाई ब्लड प्रेशर, खून की कमी, डायबिटीज व गुर्दे की बीमारियों के बढ़ने की आशंका और बढ़ जाती है। नींद पूरी नहीं होती, रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी की वजह से थकान का अनुभव होने लगता है। इसके अलावा तनाव आदि होने पर भी व्यक्ति थकान का अनुभव करने लगता…

Read More

जाने, कौन सा रत्न कितने समय तक पहन सकते हैं ?

कौन सा रत्न कितने समय तक पहन सकते हैं ?

कौन सा रत्न कितने समय तक पहन सकते हैं ?, जाने क्या है रत्नों के प्रभाव का समय ? तो बदल डालिए अपना रत्न प्रायः ग्रहों को अनुकूल करने के लिए हम रत्न धारण करते हैं। लेकिन इन रत्नों का प्रभाव एक निश्चित समय के बाद क्षीण हो जाता है। इसलिए इन्हें एक अवधि के बाद बदल देना चाहिए ग्रह विशेष को अनुकूल करने के लिए अक्सर लोग किसी न किसी रत्न को धारण करते हैं। क्योंकि इसको धारण करने से व्यक्ति को ग्रह जनित परेशानियों से छुटकारा मिलता है।…

Read More

जानें, कौन-सा रुद्राक्ष धारण करें व उनके लाभ

रुद्राक्ष करें रौद्र समस्याओं का नाश रुद्राक्ष का एक दाना भी दिल को छू ले, तो समझिए कि पूरी माला जैसा असर करेगा। रुद्राक्ष शरीर की गर्मी को खींच लेता है। कुछ विद्वान मानते हैं कि रुद्राक्ष 21 मुखी तक होता है, लेकिन आमतौर पर चौदह मुखी का ही वर्णन मिलता है। इन्हें पहनने से अलग-अलग फायदे होते हैं। रुद्राक्ष का हमारे जीवन में अपना एक अलग ही महत्व है। कभी इसकी माला मंत्र जप में कई गुना फल प्रदान करती है, तो कभी यह हमें किसी बीमारी से मुक्ति…

Read More

अमला एकादशी दे पुण्य अपार – Amalaki Ekadashi Vrat in hindi

Amalaki Ekadashi Vrat

आमल की एकादशी व्रत का महत्व   सभी एकादशीयों में अमला एकादशी का भी महत्वपूर्ण स्थान है । इस एकादशी को करने से न सिर्फ मार्ग की बाधाएं दूर होती है, बल्कि धन-धान्य और ऐश्वर्य भी मिलता है । भगवान श्री राम ने भी अपनी कामना की पूर्ति के लिए यह एकादशी की थी । फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी अमला एकादशी के नाम से जानी जाती है । पुराणों के अनुसार एक बार भगवान विष्णु के थूकने पर चंद्रमा के समान कांति मान बिंदु पृथ्वी पर गिर गया, जिससे…

Read More

Best Hindi Paheliyan– हिंदी पहेलियाँ – Paheliyan with answer in Hindi

Paheliyan with answer in hindi

पहेलियाँ सिर्फ हमारा मनोरंजन ही नहीं करती, बल्कि वो हमारे दिमाग को भी तेज करती है। क्यों कि पहेलियाँ हमें गहराई तक सोचने पर मजबूर करती है। पहेलियाँ बच्चों से जरूर पूछनी चाहिए जिससे उनकी तार्किक क्षमता में विकास होता है। इसलिए हम आप के लिए ढेर सारी उत्तर के साथ मजेदार हिंदी पहेलियां Paheliyan with answer in Hindi लाएं हैं। उम्मीद करते है कि ये सब हिंदी पहेलियाँ – Hindi Paheliyan आप को अच्छी लगेंगी, पहेलियाँ का आनंद लीजिये। मजेदार पहेलियाँ उत्तर सहित वृंदावन में दो जने, एक ही…

Read More

मोटिवेशनल कहानी । एक वाक्य ने बदल दी मेरी जिंदगी

Motivational Stories in Hindi

मोटिवेशनल कहानी: बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा की तैयारी चल रही थी। कॉलेज में आधा से अधिक सिलेबस समाप्त हो चुका था । मगर मेरी पढ़ाई अभी भी अधूरी थी। पढ़ाई मुझे कठिन लग रही थी। चाहकर भी किसी विषय को पूरा नहीं कर पाया था। हमारे बॉटनी वाले त्रिपाठी सर बहुत अच्छा पढ़ाते थे और बीच-बीच में हंसाते भी रहते थे, ताकि बच्चे बोर न हों। एक दिन त्रिपाठी सर क्लास में आए और पढ़ाते पढ़ाते अचानक पूछ बैठे, आप लोगों में से कितने लोग नियमित अखबार पढ़ते हैं।…

Read More

नैतिक कहानी: किसी का उपहास करना ठीक बात नहीं

मेरा एक दोस्त बरेली में रहता है। वह काफी कुशाग्र है। जब भी मैं किसी परेशानी में आता हूं, तो वह मेरी मदद करता है। पर वह अपने ऊपर इठलाने वाले लोगों से काफी चिढ़ता है। कैरम के खेल में उसे महारत हासिल है। लेकिन इस बात का वह घमंड नहीं करता। एक बार वह मेरे शहर में आया था। हम दोनों दोस्त साथ-साथ खूब घूमते रहेते। एक दिन मेरी कॉलोनी में कुछ लड़के कैरम खेल रहे थे। हम दोनों टहलते हुए उनके पास खड़े होकर उनका खेल देखने लगे।…

Read More

नैतिक कहानी: तमाचा

दफ्तर से लौट कर आने पर राहुल का चेहरा खिला-खिला न पाकर उसके पंडित मित्र दीनानाथ ने पूछा, ‘आज तू उदास क्यों है, मेरे यार?’ राहुल बोला, ‘आज मेरे दफ्तर के सामने वाली सड़क पर मेरी टक्कर एक ट्रैक्टर से हो गई। मैं तो किसी तरह बच गया, मगर….मगर।’ मगर क्या? दीनानाथ ने चौंक कर पूछा, मानो कि राहुल का बड़ा नुकसान हो गया हो। राहुल बोला, ‘मैं तो बच गया, लेकिन वह टैक्टर वाला मुझे बचाने के चक्कर में अपना संतुलन नहीं बना पाया और उसका ट्रैक्टर एक पेड़…

Read More

आध्यात्मिक कहानी । मैं हर जगह मौजूद हूं

एक दिन भगवान श्री कृष्ण,अपनी बहन द्रोपदी के साथ शाम की सैर कर रहे थे। द्रोपदी जी भगवान श्रीकृष्ण से बोली, ‘भैया, मैंने तो सुना है कि आप हर जगह मौजूद रहते हैं। पर उस समय आप कहां थे, जब दु:शासन मेरा चीर हरण कर रहा था?’ श्री कृष्ण पहले मुस्कराए और फिर बोले,’बहन, जब दु:शासन तुम्हारा चीर हरण कर रहा था, तब तुम अपनी साड़ी को दोनों हाथों से पकड़कर बचने का प्रयास कर रही थी। थोड़ी देर की जद्दोजहद के बाद जब तुम्हारा जोर नहीं चला, तो तुमने…

Read More